natak aur ekanki mein antar

नाटक और एकांकी में अंतर| natak aur ekanki mein antar

नमस्कार दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको बताने वाले हैं नाटक क्या होता है और एकांकी क्या होती है। और इनमें क्या-क्या अंतर होते है। यह प्रश्न आपके कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं तक के छात्रों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्न है। यह प्रश्न बोर्ड एग्जाम में हर साल पूछा जाता है। नाटक और एकांकी में विस्तार से जानने के लिए इस पोस्ट में विजिट कर सकते हैं।

नाटक क्या है!!


नाटक काव्य का हिस्सा है जो दृश्य काम में आता है यदि इसे आसान भाषा में समझा जाए तो जो लोग थिएटर, टीवी, रेडियो पर किसी कहानी को विस्तार में प्रस्तुत करते हैं वह भी अभिनय करते हुए उसे ही हम नाटक कहते हैं नाटक में कई पात्र होते हैं। जिन सभी के अपने नाम होते हैं। और उन्हें अपने अपने किरदार के अनुसार अभिनय करना होता है। यह सब लोग इस प्रकार से अभिनय करते हैं जैसे कि वह हमारे सामने ही घटित कहानी है।

एकांकी क्या है


एक अंक में समाप्त हो जाने वाले नाटक को एकांकी कहा जाता है। अंग्रेजी में इसे हम ‘वन एक्ट प्ले’ शब्द से जानते हैं।

एक अंक वाले नाटकों को एकांकी कहते हैं। अंग्रेजी के ‘वन ऐक्ट प्ले’ शब्द के लिए हिंदी में ‘एकांकी नाटक’ और ‘एकांकी’ दोनों ही शब्दों का समान रूप से व्यवहार होता है। … क्रमशः ये मोरैलिटी नाटकों से स्वतंत्र हो गए और अंत में उनकी परिणति व्यंग्य-विनोद-प्रधान तीन पात्रों के छोटे नाटकों में हुई।

नाटक और एकांकी में अंतर-

नाटक



1. नाटक में कई अंक होते हैं।

2. नाटक में अधिकारिक कथावस्तु के साथ-साथ अन्य प्रसांगिक कथाएं होती हैं।

3. नाटक में पात्रों की संख्या अधिक होती है।

4. नाटक दृश्य कब का वृहद रूप है।

एकांकी

1. एकांकी में मात्र एक होता है।
2. एकांकी में अधिकारिक तथा (मूल कथा) होती है।

3. एकांकी में पात्रों की संख्या नाटक की अपेक्षा कम होती है।

4. एकांकी दृश्य काव्य का लघु रूप है।

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