MP बोर्ड ने 10th और 12th से निबंध लेखन को कोर्स से अलग कर दिया है

MP बोर्ड ने 10th और 12th से निबंध लेखन को कोर्स से अलग कर दिया है। इस बार 12वीं के इंग्लिश पेपर में ‘वंडर ऑफ साइंस’ और 10वीं के हिंदी पेपर में किसी त्योहार पर निबंध नहीं आया। बोर्ड ने इसे ऑब्जेक्टिव प्रश्न में बदल दिया। इस बार लेटर के टॉपिक्स में भी बदलाव किया गया। भोपाल के सुभाष एक्सीलेंस स्कूल की इंग्लिश टीचर अंजना कपूरिया और हिंदी टीचर शैलजा बैरागी से जानते हैं नए पैटर्न की खास बातें…अंजना ने बताया कि निबंध और लेटर राइटिंग इंग्लिश में एक जरूरी टॉपिक रहा है। निबंध में करीब 5 टॉपिक ऐसे रहते थे, जो हमेशा पेपर में आते थे। छात्र इनमें से तीन से चार निबंध रट लेता था। एक भी निबंध आने से उसका काम हो जाता था। मुख्य रूप से इन टॉपिक्स पर Essay आते थ

  • Wonder Of Science
  • Population Problem
  • The Great Leader
  • Favourite Sport
  • Independence Day

शैलजा ने बताया कि इस बार निबंध नहीं होने से बच्चों को काफी सुविधा हुई होगी। निबंध सही से नहीं लिख पाने के कारण अंक ज्यादा कटते थे। कई बार तो पूरे अंक ही छूट जाते थे। ऐसे में यह लो स्कोरिंग विषय हो जाता था। इस बार निबंध की जगह अनुच्छेद लेखन आया है। यह सिर्फ 120 शब्द में लिखना था। निबंध को 250 शब्दों में लिखना होता था, जिससे कई बार समय के अभाव में छात्रों का पेपर छूट जाता था। यह निबंध हमेशा पूछे जाते थे।किसी एक त्योहार पर निबंध

  • देश के महान नेता के बारे में निबंधविज्ञान अभिशाप अथवा वरदान
  • िज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
  • विज्ञान और मानव
  • विज्ञान का जीवन पर प्रभाव
  • विज्ञान की देन
  • जीवन में खेलों को महत्व
  • पर्यावरण प्रदूषण-कारण और निदान
  • बेरोजगारी एक समस्याइस


बार परीक्षा को व्यावहारिक और व्यावसायिक बनाया गया है। इस बार बड़े नंबर की जगह एक से लेकर 4 नंबर तक के प्रश्न पूछे गए। इससे जहां विषय स्कोरिंग हो गया है। वहीं, नंबर कटने की आशंका कम हो गई है। उन सभी चीजों को हटा दिया गया, जो सिर्फ पढ़ने के लिए थीं। भविष्य में काम आने वाले टॉपिक को शामिल किया गया है। दो साल पहले CBSE पैटर्न को अपना लिया था, लेकिन पहली बार बच्चों ने पेपर दिया है। आगे के पेपर भी इसी तरह रहेंगे।

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