21 जून 2023 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा ।इस वर्ष यह नवा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है।देश भर में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस बड़ी धूम धाम से मनाया जाएगा।
21 जून 2023 नवम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सामूहिक योग कार्यक्रम का आयोजन बाबत्।
संदर्भ:- मध्यप्रदेश शासन सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय द्वारा उनके पत्र क्रमांक एफ 5-4 / 2022/1/4 भोपाल दिनांक 18 जून 2023
मध्यप्रदेश शासन सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय के संदर्भित पत्र द्व 21 जून 2023 नवम् अंतराष्ट्रीय
योग दिवस पर सामूहिक योग कार्यक्रम का आयोजन किये जाने हेतु निर्देश जारी किये गए हैं, जिसकी प्रति संलग्न है, का अवलोकन किया जाए।
पूर्व वर्षों की भाँति दिनांक 21 जून 2023 को नवम् अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस वृहद पैमाने पर आयोजित
किया जाना है। आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वर्ष 2023 के लिये “वसुधैव कुटुंबकम के लिये योग”
श्रम निर्धारित की गई है। संपूर्ण प्रदेश में सामूहिक योग कार्यक्रम का पल- प्रतिपल समय-सारणी अनुसार एक ही समय पर कार्यक्रम आयोजित किया जावेगा जो निम्नानुसार है-
सामूहिक योग कार्यक्रम में जिले के माननीय प्रभारी मंत्री, अन्य मंत्रीगण, सांसद, महापौर, अध्यक्ष, जिला पंचायत, विधायकगण अध्यक्ष, नगर पालिका / नगर पंचायत /जनपद पंचायत तथा जिला एवं जनपद पंचायत के सदस्यगण, पार्षदगण, स्थानीय निकायों के निर्वाचित सदस्यों, अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक एवं आमजन आदि द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में आयोजित सामूहिक योग कार्यक्रम में सहभागिता की जानी है इस हेतु जिला कलेक्टर द्वारा अनुरोध किये जाने के निर्देश है। तत्संबंध में संबंधित जिला कलेक्टर से समन्वय सुनिश्चित करें।
सामान्य प्रशासन विभाग के संलग्न निर्देशानुसार नवम अंतराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दिनांक 21 जून 2023 को संभाग / जिले की समस्त शिक्षण संस्थाओं में सामूहिक योग कार्यक्रम का आयोजन किया जाए। इन आयोजनों का व्यय संस्था अपनी स्थानीय निधि से वहन करेगी जो छात्र / शासकीय सेवक सामूहिक कार्यक्रम में भाग नहीं ले रहे हैं, ये उनकी शिक्षण संस्थाओं एवं कार्यालयों में ही योग कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे।
- 2.7 प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों एवं प्रमुख पर्यटन स्थलों पर वृहत आयोजन किये जावे। सभी नगर निगम, तहसील, विकासखण्ड, नगर पंचायत एवं ग्राम पंचायतों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में एक प्रमुख स्थान पर वृहद आयोजन किये जावे। इन आयोजनों का व्यय वे अपनी स्थानीय निधि से वहन करें। जो छात्र / शासकीय सेवक सामूहिक कार्यक्रम में भाग नहीं ले रहे हैं, वे उनकी शिक्षण संस्थाओं एवं कार्यालयों में ही योग कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे।
- सामूहिक योग कार्यक्रम में जिले के माननीय प्रभारी मंत्री, अन्य मंत्रीगण, सांसद, महापौर, अध्यक्ष, जिला पंचायत, विधायकगण, अध्यक्ष नगर पालिका / नगर पंचायत /जनपद पंचायत तथा जिला एवं जनपद पंचायत के सदस्यगण, पार्षदगण, स्थानीय निकायों के निर्वाचित सदस्यों, अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक एवं आमजन आदि द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में आयोजित सामूहिक योग कार्यक्रम में सहभागिता सुनिश्चित की जावे। इस हेतु जिला कलेक्टर उनसे अनुरोध करें।
- कार्यक्रम स्थल पर एन.एस.एस. एन.सी.सी. कैडेट्स, विद्यालयीन छात्रों, कॉलेज छात्रों, शासकीय सेवकों, पुलिसकर्मियों, जनप्रतिनिधियों, आम नागरिकों आदि के लिए पृथक-पृथक स्थान चिन्हांकित किए जावे प्रशिक्षित कैडेट्स का उपयोग कार्यक्रम में योग प्रदर्शन के लिए भी किया जा सकता है। दिव्यांगों के लिए आवश्यक विशेष व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की जावे ।
- प्रदेश में बड़ी संख्या में महिला स्वसहायता समूह क्रियाशील हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा इन समूहों के माध्यम से कार्यक्रम में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये आवश्यक पहल व समन्वय किया जाए। इसी प्रकार अन्य विभागों के अंर्तगत कार्यरत स्वयंसेवी संस्थाओं तथा स्वसहायता समूहों की भागीदारी भी कार्यक्रम में सुनिश्चित की जावे।
- आयोजन जून के तृतीय सप्ताह में होने से उस समय मानसून सक्रिय होना संभावित है। ऐसी स्थिति में वर्षा तथा उमस के साथ अत्यधिक गर्मी भी पड सकती हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए आयोजन स्थल पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जावे। बच्चों को सीधे धूप में खड़ा नहीं रखा जावे। उन्हें पानी, बिस्किट आदि अवश्य दें।
- योग कार्यक्रम में भाग लेने के लिये किसी विशिष्ट रंग के परिधान अनिवार्य नही
हैं। प्रतिभागीगण यथा संभव सफेद टी-शर्ट एवं लोवर में योगाभ्यास करने का
प्रयास करें। विद्यार्थी शाला गणवेश में भी आ सकते हैं। - जिला कलेक्टर द्वारा जिले की कार्ययोजना तैयार कर जिले में आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रम की व्यवस्था के पर्यवेक्षण, निगरानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। तथा निर्दिष्ट स्थानों व संस्थाओं में आयोजन नियत समय पर व्यवस्थित रूप से संपन्न होना सुनिश्चित किया जावे।
3/- प्रशिक्षण:- सामूहिक योग कार्यक्रम में भारत सरकार द्वारा निर्धारित क्रम एवं प्रोटोकॉल अनुसार एक साथ योगाभ्यास करेंगे। अतः जिला विकासखण्ड तथा पंचायत आदि स्तर पर उपलब्ध ख्याति प्राप्त संस्थानों से योग प्रशिक्षकों का सहयोग प्राप्त कर सभी प्रतिभागीगणों को पूर्व प्रशिक्षण कराया जावे। सभी स्तर पर प्रशिक्षण दिनांक 20 जून 2023 के पूर्व पूर्ण किया जाये।
जागरूकता अभियान :- जनसामान्य में योग के लाभों एवं उपयोगिता के बारे में जागरूकता हेतु योग विशेषज्ञों के सहयोग से कॉमन योग प्रोटोकॉल पर संगोष्ठी, व्याख्यान तथा प्रशिक्षण कार्यक्रम इत्यादि का आयोजन भी किया जाए। आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा कॉमन प्रोटोकॉल निर्धारित कर सामूहिक योग कार्यक्रम के दौरान किए जाने वाले योगासनों के बारे में एक पुस्तिका एवं फिल्म तैयार की है जिसे आयुष मंत्रालय की वेबसाईट ayush.gov.in से डाउनलोड किया जा सकता है ।
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योग कार्यक्रम में करने वाले
योगासनों की वीडियो फिल्म https://youtu.be/bEGJCJcWvMc – योग प्रोटोकॉल लिंक https://we.tl/t-mCdpQnoW14
5/- प्रचार-प्रसार:- जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रदेश मुख्यालय के साथ-साथ पूरे प्रदेश में कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जावे।
6 / – समन्वय :- अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सामूहिक योग कार्यक्रम के आयोजन के संबंध में समन्वय हेतु विभाग अपने स्तर से अधीनस्थ मैदानी अमले को आवश्यक दिशानिर्देश जारी करें।
योग दिवस का लोगो किसका प्रतीक है?
लोगो में दोनों हाथों को मोड़ना योग (मिलान) का प्रतीक है
21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस क्यों मनाया जाता है
भारतीय परंपरा के अनुसार, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है। सूर्य दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियों को प्राप्त करने के लिए असरदार है। इस कारण प्रतिवर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाते हैं।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत कैसे हुई?
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत कैसे हुई? सितंबर 2014 में संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक हुई थी, जिसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था. इस प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र संघ ने स्वीकार कर लिया और 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की घोषणा की.
योग के पिता के रूप में कौन जाना जाता है?
योग दर्शन का आविष्कार महर्षि पतंजलि ने किया।
योग के जन्मदाता देश कौन सा है?
योग की उत्पत्ति सर्वप्रथम भारत में ही हुई थी इसके बाद यह दुनिया के अन्य देशों में लोकप्रिय हुआ. योग की बात होती है तो पतंजलि का नाम प्रमुखता से लिया जाता है।
विश्व की योग राजधानी कौन सी है?
ऋषिकेश स्वयंभू “दुनिया की योग राजधानी” भी है