E-Governance क्या है|लाभ और हानि लिखिए।

Pgdca 2nd Sem paper 2022

उत्तर-ई-गवर्नेन्स (E-Governance) – ई-गवर्नेन्स, इनफॉर्मेशन तथा कम्यूनिकेशन टैक्नॉलॉजी (ICT) का एक एप्लीकेशन है, जिसका प्रयोग गवर्मेन्ट सेवा में, इनफॉर्मेशन कम्यूनिकेशन ट्रांजेक्शन कई तरह के Stand-alone systems के साथ इंटीग्रेशन और Goverment to Citizens (G2C),Government-to-Business (G2B), Government-to-Government (G2G) इत्यादि के मध्य में सेवाओं को डिलीवर करने के लिये किया जाता है।

इसके साथ-साथ पूरे गवर्मेन्ट फ्रेमवर्क के साथ इंटरएक्शन और बैंक-ऑफिस प्रोसेस का कार्य भी इस एप्लीकेशन के साथ पूरा किया जाता है। ई-गवर्नेन्स के माध्यम से गवर्मेन्ट सेवायें एक सुविधाजनक रूप में नागरिकों के लिये उपलब्ध होंगी। ई-गवर्नेन्स, नागरिकों के लिये प्रभावशाली तथा पारदर्शी रूप में सेवायें उपलब्ध कराता है। जैसे-यदि आपने अपने ड्राईवर के लाइसेंस को renew करने के लिये, जन्म सर्टिफिकेट का ऑर्डर के लिये, टैक्स पे करने के लिये या लाइसेंस के लिये पे करना इत्यादि के लिये आपने ई-गवर्मेन्ट की सेवाओं को उपयोग किया है। इस तरह ई-गवर्मेन्ट एक सुपर स्ट्रक्चर करना है इस तरह ई-गवर्नेन्स तथा ई-गवर्मेन्ट में खास अन्तर नहीं है। इस तरह ई-गवर्नेन्स की ये सेवायें तथा ऑन लाईन सेवायें स्टेट, देश तथा म्यूनिसिपल वेब साइटें के लिये आशान्वित norm हो गये हैं। इनफॉर्मेशन तथा कम्यूनिकेशन टैक्नोलॉजी (ICT) ने ई-गवर्मेन्ट सिस्टम की बढ़ती हुई निरन्तरता को mainstream का रूप दे दिया है। इनफॉर्मेशन तथा कम्यूनिकेशन टैक्नोलॉजी (ICT) एडवांसमेन्ट मौके तथा पब्लिक आशायें दोनों को भी उपलब्ध कराता है। जो गवर्निंग के नये मैथड्स को एक नयी लुक देते हैं। क्योंकि ICTS ई-गवर्नेन्स सिस्टम्स केवल पब्लिक पॉलिसी को सपोर्ट करने के लिये प्रभावी नहीं है, बल्कि एक्टिव रूप से सम्मिलित पब्लिक के द्वारा पब्लिक पॉलिसी को क्रिएट करने की प्रक्रिया में भी सहयोग करते हैं। इसलिये यह प्रश्न दिमाग में उठता है कि ई-गवर्नेन्स तथा ई-गवर्मेन्ट में मुख्य अन्तर क्या है? अतः इसे निम्नलिखित रूप में स्पष्ट रूप से समझा जा सकता है-

गवनर्मेन्स का ट्रांसफॉर्मेशन, एक Institutional सुपर स्ट्रक्चर के रूप में गवर्मेन्ट को परिभाषित करता है, जिसे सोसाइटी पॉलिटिक्स को पॉलिसीयों तथा logislation को ट्रांसलेट करने के लिये प्रयोग करती है। गवर्नेन्स, गवर्मेन्ट के इंटरएक्शन, पब्लिक सेवायें, तथा नागरिकों का Outcome है जो सामान्यतः पॉलिटिकल प्रोसेस, गवर्मेन्ट के इंटरएक्शन पब्लिक सेवायें तथा नागरिकों का outcome है जो सामान्यतः पॉलिटिकल प्रोसेस, पॉलिसी डेवलपमेन्ट, प्रोग्राम डिवाइस, तथा सर्विस डिलीवरी के माध्यम से प्राप्त होते हैं। अतः गवर्मेन्ट तथा गवर्नेन्स के मध्य मुख्य अन्तर को निम्नलिखित टेबल में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है-

ई-गवर्नेन्स के लाभ तथा हानियां लिखिये

Write advantages and disadvantages of E-Governance.

ई-गवर्नेन्स के लाभ (Advantages of E-Governance)-

ई-गवर्नेन्स के प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं-

1. ई-गवर्नेन्स, Current सिस्टम की क्षमता का सुधार करता है।

2. ई-गवर्नेन्स के प्रयोग करने से धन तथा समय की बचत होती है

3. पेपर पर आधारित सिस्टम के इलैक्ट्रॉनिक सिस्टम में परिवर्तित होने पर man power की जरूरतें परिवर्तित हो जाती है तथा प्रक्रिया संपन्न तथा सरल बन जाती है।

4. ई-गवर्नेन्स की प्रक्रिया इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम प्रोसेस पर आधारित है अतः इन प्रोसेस को हैंडल करने के लिये पेपर बेस्ड सिस्टम प्रक्रिया में सम्मिलित employees की तुलना में कम employees की जरूरत होती है, जो ऑपरेशन Costs को कम करती

5. गवर्मेन्ट पारदर्शिता, गवर्मेन्ट के कार्य करने की प्रक्रिया तथा गवर्मेन्ट पॉलिसी इत्यादि की महत्वपूर्णता का वर्णन करती है। अतः ई-गवर्नेन्स के माध्यम से पब्लिक को गवर्मेन्ट की पारदर्शिता को बरकरार रखा जा सकता है जिसे गवर्मेन्ट इम्प्लीमेन्ट करती है ।

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