Class 10th Hindi quiz abhyas 16/10/2021|WhatsApp based quiz abhyas answer

 RSCERT NAS QUIZ ABHYAAS -Hindi – Class-10 – Week15-   16/10/2021

                          

                           क्या करोगे अब ?

                             समय का 

                             जब प्यार नहीं रहा 

                             सर्वसहा पृथ्वी का 

                             आधार नहीं रहा 

                             न वाणी साथ है 

                             न पानी साथ है 

                             न कही प्रकाश है स्वच्छ

                            जब सब कुछ मैला है आसमान

                            गंदगी बरसाने वाले

                            एक अछोर फैला है 

                             कही चले जाओ

                            विनती नहीं है।

                            वायु प्राणप्रद

                           आदंकर आदमी 

                          सब जग से गायब है

1 .कवि ने धरती के बारे में क्या कहा है ?

  • रात्रगर्भ 
  • आधारशिला 
  • सर्वसहा
  • माँ

2 .आदमकद आदमी’ से क्या तात्पर्य है

  • मानवीयता से भरपूर आदमी
  • सम्पूर्ण मनुष्य
  • ऊंचे कद का आदमी
  • सामान्य आदमी

3 .आसमान की तुलना किससे से की गयी है…

  •     समुद्र से
  •    नीली झील से
  •    गंदगी बरसाने वाले थैले से
  •    पतंग से

4 .प्राणदान का तात्पर्य है

  •   प्राणों को पूर्ण करने वाला 
  •   प्राणों को प्रणाम करने वाला
  •   प्राण प्रदान करने वाला 
  •   प्राणों को छीन लेने वाला

 5 .कवि समय से कब और क्यों कतराना चाहते हैं

  • किसी के पास बात करने का समय नहीं
  • किसी को दो क्षण बैठने का समय नहीं
  • किसी को प्यार करने का समय नही
  • किसी को गप मारने का समय नही

गांधीजी ने दक्षिण अफ्रीका में प्रवासी भारतीयों को मानव मात्र की समानता और स्वतंत्रता के प्रति जागरुक बनाने का प्रयत्न किया। इसी के साथ उन्होंने भारतीयों के नैतिक पक्ष को जगाने और सुसंस्कृत बनाने के प्रयत्न भी किए। गांधी जी ने ऐसा क्यों किया? इसलिए कि वे मानव-मानव के बीच काले-गोरे, या ऊँच-नीच का भेद ही मिटाना प्रयाप्त नहीं समझते थे, वरन उनके बीच एक मानवीय स्वभाविक स्नेह और हार्दिक सहयोग का संबंध भी स्थापित करना चाहते थे।

इसके बाद जब वे भारत आए, तब उन्होंने इस प्रयोग को एक बड़ा और व्यापक रूप दिया विदेशी शासन के अन्याय अनीति के विरोध में उन्होंने जितना वड़ा सामूहिक प्रतिरोध संगठित किया, उसकी मिसाल संसार के इतिहास में अन्यत्र नहीं मिलती। पर इसमें उन्होंने सबसे बड़ा ध्यान इस बात का रखा कि इस प्रतिरोध में कहीं भी कटुता, प्रतिशोध की भावना अथवा कोई भी ऐसी अनैतिक वात न हो जिसके लिए विश्व-मंच पर भारत का माथा नीचा हो। ऐसा गांधी जी ने इसलिए किया क्योंकि वे मानते थे कि बंधुत्व, मैत्री, सदभावना, स्नेह-सौहार्द आदि गुण मानवता रूप  टहनी के ऐसे पुष्प हैं जो सर्वदा सुगंधित रहते हैं।

1 .अफ्रीका में प्रवासी भारतीयों के पीड़ित होने का क्या कारण था?

  • निर्धनता धनिकता पर आधारित भेदभाव
  • रंग-भेद और सामाजिक स्तर से संबंधित भेदभाव
  • धार्मिक भिन्ता पर आश्रित भेदभाव
  • विदेशी होने से उत्पन्न मन-मुटाव

2 .भारत में गांधीजी का विदेशी शासन का प्रतिरोध किस पर आधारित था?

  •     संगठन की भावना पर
  •     नैतिक मान्यताओं पर
  •    राष्ट्रीयता के विचारों पर
  •    शांति की सदभावना पर

3 .बंधुत्व, मैत्री आदि गुणों की पुष्पों के साथ तुलना आधारित है

  •      उनकी सुंदरता पर
  •     उनकी कोमलता पर
  •     उनके अपनत्व पर
  •     उनके कायिक प्रभाव पर

4 .गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक क्या होगा?

  • अफ्रीका में गांधी जी
  • प्रवासी भारतीय और गांधी जी
  • गांधी जी की नैतिकता
  • गांधी जी और विदेशी शासन

5 .गांधी जी अफ्रीकावासियों और भारतीय प्रवासियों के मध्य क्या स्थापित करना चाहते थे?

  • सहज प्रेम एवं सहयोग की भावना
  • पारिवारिक अपनत्व की भावना
  • अहिंसा एवं सत्य के प्रति लगाव
  • विश्वबंधुत्व की भावना

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