Cg board class 12th Hindi October assignment-3 solution 2021 | सी. जी. बोर्ड हिन्दी असाइमेंट 3 सॉल्यूशन कक्षा 12

Cg board assignment-3 solution class 12th Hindi

आज के इस लेख में सीजी बोर्ड असाइनमेंट 3 का कक्षा 12वीं हिंदी का पूरा solution बताया जाएगा ।cg board assignment 3 answer class 12th Hindi. छत्तीसगढ़ बोर्ड असाइनमेंट 3 स्टार्ट हो चुके हैं और अगर आप कक्षा 12वीं हिंदी के असाइनमेंट 3 का सलूशन देखना चाहते हैं तो इस पोस्ट को पूरा पढ़ें ।इस पोस्ट में आपको छत्तीसगढ़ बोर्ड अक्टूबर असाइनमेंट 3 कक्षा 12 हिंदी विषय के असाइनमेंट 3 का सलूशन बताया जाएगा । आप इस वेबसाइट की मदद से कक्षा 12वीं हिंदी असाइनमेंट -03 के सॉल्यूशन की पीडीएफ भी फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं ।

Cg board assignment 3 solution October

हेलो दोस्तों स्वागत एक और नई पोस्ट में ।इस पोस्ट में हम Cg board assignment -3 October month (माह) का solution बताया जाएगा ।हमारी इस वेबसाइट के माध्यम से आपको October के cg board assignment 3 के सभी विषयों के उत्तर हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यमों में प्रोवाइड किए जाएंगे ।आप इस वेबसाइट aglase.com की मदद से cg board assignment-3 class 10th & 12th के सभी विषयों के हलऔर उनकी पीडीएफ भी फ्री में डाउनलोड कर पाएंगे ।आपको असाइनमेंट -03 October month के कक्षा 10वीं और कक्षा बारहवीं के सभी विषयों के उत्तर प्रदान कराए जाएंगे ।cg board assignment-3 से पहले आपके assignment -02 & assignment -01 लिए गए थे ।

असाइमेंट-3 किसे कहते हैं? Cg board assignment-3 का क्या मतलब होता है ?

Assignment को हिंदी में कई नामों से जाना जाता है ।जैसे – सत्रीय कार्य, दत्त कार्य या प्रदत्त कार्य भी कहा जाता है।यह असाइनमेंट सभी विद्यार्थियों के लिए बहुत ही ज्यादा आवश्यक हैं ।अगर आप cg board assignment-3 को हल्के में ले रहे हैं तो यह बहुत ही गलत है क्योंकि इससे आपको बहुत ज्यादा नुकसान होने वाला है इससे आप की अंतिम ग्रेड प्रभावित होगी ।cg board assignment 3 Class 10& 12th answer pdf download आप इस वेबसाइट की मदद से कक्षा 10वीं और कक्षा बारहवीं के असाइनमेंट 3 के सभी विषयों के उत्तर देख सकते हैं ।यह असाइनमेंट केवल कक्षा 10 और कक्षा 12वीं के विद्यार्थियों के लिए जा रहे हैं ।

Assignment -3 मैं अच्छा उत्तर कैसे लिखें ? (How to write Assignment-03 in Hindi)

अगर आप जानना चाहते हैं कि असाइनमेंट में अच्छा उत्तर कैसे लिखा जाता है तो आप पोस्ट को पूरा पढ़ें ।अगर आप असाइनमेंट लिखने जा रहे हैं तो सबसे पहले आपको यह पता होना चाहिए कि असाइनमेंट लिखने के लिए आपको किन-किन चीजों की आवश्यकता होती है ।cg board assignment-1 & cg board assignment-02 मैं आपको पता चल ही गया होगा लेकिन फिर भी एक बार मैं आपको बता देता हूं ।

सबसे पहले आप बाजार से बड़े आकार के पेपर या प्रोजेक्ट पेपर खरीद ले साथ ही आप एक ब्लू पेन भी खरीदें ।इस बात का ध्यान रखें कि आप लाल पेन का बिल्कुल भी इस्तेमाल ना करें ।असाइनमेंट लिखते समय आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना है जो आपको नीचे बताई गई हैं ।

Assignment लिखते समय निम्न बातों का ध्यान रखें ?

1)असाइनमेंट में दिए गए शब्द सीमा में ही सभी प्रश्नों के उत्तर लिखिए ।

2)लाल पेन का उपयोग ना करें ।

2)अनावश्यक शब्दों का प्रयोग ना करें ।

4) प्रश्न के अकॉर्डिंग ही उत्तर दें ।

5) सबसे महत्वपूर्ण सुंदर हैंडराइटिंग में लिखें ।

असाइमेंट-3 का फर्स्ट पेज कैसे बनाये ?

असाइनमेंट के फर्स्ट पेज को फिल करने में ज्यादातर स्टूडेंट्स गलती कर देते हैं ।असाइनमेंट के फर्स्ट पेज में जो आपको सूचनाएं दी जाती है उसी के अनुसार आपको उसे फिल करना होता है ।जैसे कि पाठ्यक्रम का कोड असाइनमेंट कोड, टॉपिक का नाम ,आपका नाम और आपके पिताजी का नाम भी पूछा जा सकता है ।यह सभी जानकारी भरना बहुत ही ज्यादा आवश्यक होता है इसके बिना आप का असाइनमेंट स्वीकार नहीं किया जाएगा ।फर्स्ट पेज पर सारी जानकारी भरने के बाद आप असाइनमेंट लिखना शुरू कर सकते हैं ।असाइनमेंट लिखने के पूरे आप यही भी जान लीजिए कि असाइनमेंट आपको अपनी हैंडराइटिंग में लिखना होगा आप उसे टाइप करके नहीं लिख सकते और आप अपने किसी घर के मेंबर से भी असाइनमेंट नहीं लिखवा सकते ।अगर बोर्ड को यह पता चलता है कि आपने अपना असाइनमेंट किसी दोस्त या घर के किसी अन्य मेंबर से लिखवाया है तो आप का असाइनमेंट निरस्त भी किया जा सकता है ।कुछ विशेष परिस्थितियों में आपको छूट दी जा सकती है पर आपको असाइनमेंट स्वयं ही लिखना पड़ेगा ।आपको प्रत्येक असाइनमेंट की एक अलग से फाइल बना लेनी है ।अगर आप इन सभी बातों का ध्यान रखकर अपना असाइनमेंट लिखना स्टार्ट करते हैं तो आप का असाइनमेंट बहुत ही आकर्षक और सबसे यूनिक रहेगा ।ऊपर दी गई सभी बातों को ध्यान में रखकर ही अपना असाइनमेंट लिखना स्टार्ट करें ।

असाइमेंट-03 को लिखते समय कौन-कौन सी सावधानी है जिन का विशेष ध्यान रखें ?

1. असाइनमेंट लिखने के पूर्व आप रफ वर्क जरूर करें |

2.असाइनमेंट के प्रत्येक सवाल को एक से दो बार पढ़ कर ही अपना उत्तर लिखें और इस बात का ध्यान रखें कि प्रश्न में जो बात पूछी गई है उसी का उत्तर सबसे पहले दें और प्रश्न की शब्द सीमा का भी ध्यान रखें ।

3.प्रश्न का उत्तर लिखने से पहले क्वेश्चन से संबंधित टॉपिक के बारे में अपनी बुक में पढ़ें ।

4.अगर हो सके तो डायग्राम का उपयोग असाइनमेंट में जरूर करें |

5.असाइनमेंट में अपने उत्तर को पॉइंट वाई पॉइंट लिखें ।

6.उत्तर लिखते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भाषा में त्रुटि ना हो ।मात्रा और व्याकरण संबंधी गलतियों पर विशेष ध्यान दें |

7.असाइनमेंट में ज्यादा कलर करने का उपयोग ना करें ।

छ.ग. असाइनमेंट 03 कक्षा 10वीं & 12वीं 2021-22 solution all subject download PDF

CG Board जिसका पूरा नाम Chhattisgarh Board of Secondary Education है जिसे हम आम भाषा में सीजी बोर्ड कह देते हैं ।सीजी बोर्ड दसवीं के हिंदी का असाइनमेंट 3 परीक्षा बहुत ही जल्दी आयोजित करने वाला है ।अगर आप छत्तीसगढ़ बोर्ड के असाइनमेंट 3 का सलूशन { CG Board Assignment 3 Class 10 Solution PDF Download 2021} देख रहे हैं तो आपको इस वेबसाइट पर संपूर्ण सलूशन मिल जाएगा ।

Cg board assignment 3 solution class 12th hindi October month

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर
शैक्षणिक सत्र 2021- 22 माह अक्टूबर
असाइनमेंट- 03
कक्षा -बारहवीं
विषय -हिंदी


प्रश्न-1 “जूझ” कहानी में पिता को मनाने के लिए मां और दत्ता जी राव की सहायता से एक चाल चली गई है। क्या ऐसा कहना ठीक है क्यों?


उत्तर- लेखक पाठशाला जाने के लिए तड़पता है। उसके पिता ने उसे स्कूल जाने से रोक दिया है पिता को मनाने में लेखक और उसकी मां सफल नहीं हो पाते हैं। गांव के सबसे अधिक प्रभावशाली व्यक्ति दत्ता जी राव अंतिम उपाय थे। लेखक और उसकी मां उसके पास जाते हैं। उनसे दबाव डलवाने के लिए उन्हें एक झूठ का सहारा लेना पड़ता है। इसके बाद दत्ता जी राव के कहने पर लेखक के पिता उसको पढ़ाने के लिए तैयार हो जाते हैं। लेखक पाठशाला जाना शुरु कर देता है। वहां दूसरे लड़कों से उसकी दोस्ती होती है। वह पढ़ने के लिए हर तरह का प्रयास करता है। मराठी के एक बहुत अच्छे अध्यापक के प्रभाव में वह कविता भी रचने लगता है। अगर वह झूठ न बोलता तो यह सारे घटनाक्रम घटित नहीं होते ।

झूठ ना बोलने से दत्ता जी राव उसके पिता के ऊपर दबाव नहीं दे पाते। उसके पिता अपनी तरह से लेखक के जीवन को डालता है। लेखक का संबंध पढ़ाई लिखाई से नहीं हो पाता। उसके संघर्ष की कहानी ही नहीं बन पाती। आज जो कहानी हमें जूझने की प्रेरणा देती है, वह आज हमारे सामने नहीं होती। इस तरह झूठ का सहारा लेने से जीवन और सपनों का विकास होता है जिसके आधार पर लेखक अपनी आत्मकथा लिख पाता है।


प्रश्न-2 ढोलक की आवाज का पूरे गांव पर क्या असर होता था?

उत्तर- ढोलक की आवाज ही रात्रि की विभीषिका को चुनौती देती सी जान पड़ती थी। पहलवान संध्या से सुबह तक चाहे जिस ख्याल से ढोलक बजाता हो पर ढोलक की आवाज गांव के अर्धमृत औषधि उपचार पथ्य वहीं प्राणियों में संजीवनी शक्ति भरने का काम करती थी ढोलक की आवाज सुनते ही बूढ़े बच्चे जवानों की कमजोर आंखों के सामने दंगल का दृश्य नाचने लगता था तब उन लोगों के बेजान अंगों में भी बिजली दौड़ जाती थी ।यह ठीक है कि ढोलक की आवाज में बुखार को दूर करने की ताकत ना थी और ना महामारी को रोकने की शक्ति थी ।


प्रश्न- 3 “संघर्ष स्वीकारा है “कविता किसको व क्यों स्वीकारने की प्रेरणा देती है लिखिए।

उत्तर- मुक्तिबोध की यह कविता अपनी सुख-दुख की अनुभूतियों गरबीली गरीबी प्राण विचार व्यक्तिगत दृढ़ता जीवन के खट्टे मीठे अनुभव प्रेमिका का प्रेम व नूतन भावनाओं के वैभव को संघर्ष स्वीकार करने की प्रेरणा देती है।

1-कविता में जीवन के सुख-दुख संघर्ष अवसाद उठापटक को समान रूप से स्वीकार करने की बात कही गई है।


2-इसने है कि रगड़ता अपनी चरम सीमा पर पहुंच कर वियोग की कल्पना मात्र से त्रस्त हो उठती है।

3-प्रेम आलंबन अर्थात प्रिय जन पर भावपूर्ण निर्भरता कवि के मन में विस्मृति की उत्पन्न करती हैं। वह अपने प्रिय को पूर्णता भूल जाना चाहता है।

4-वस्तुतः विस्मृति की चाबी स्मृति का ही रूप है यह विस्मृति भी स्मृतियों के धुंधले से अछूती नहीं है। प्रिय की याद किसी ना किसी रूप में बनी ही रहती है।

5-परंतु कभी दोनों ही परिस्थितियों को उस परम सत्ता की परछाई मानता है इस परिस्थिति को खुशी-खुशी स्वीकार करता है। दुख सुख संघर्ष अवसाद उठापटक मिलन विच्छेद को समान भाव से स्वीकार करता है। प्रिय के सामने ना होने पर भी उसके आसपास होने का एहसास बना रहता है।



प्रश्न-4 निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

उत्तर-

क- कस्टम वाले की किताब पर क्या लिखा था?

उत्तर- कस्टम वाले की किताब पर समसलुईसलाम की तरफ से सुनील दास गुप्त को प्यार के साथ ढाका 1946 ।


ख- कस्टम वाला कहां का था वह भारत कब आया था?

उत्तर- कस्टम वाला ढाका का था। जब डिवीजन हुआ तभी आए ।


ग- कस्टम वाले को यह किताब किसने और कब दी थी?

उत्तर- समसुलईसलाम की तरफ से सोने की सालगिरह पर दी गई थी।


प्रश्न-5 कहानी लेखन में चरित्र चित्रण की क्या भूमिका होती है लिखिए।

उत्तर- पात्र का चरित्र चित्रण- आधुनिक कहानी में यथार्थ को मनोविज्ञान पर बल दिया जाने लगा है हम तो उसमें चरित्र चित्रण को अधिक महत्व दिया गया है। अब घटना और कार्य व्यापार के स्थान पर पत्र और उसका संघर्ष ही कहानी की मूल धुरी बन गए हैं।

कहानी के छोटे आकार तथा तीव्र प्रभाव के कारण सीमित होती हैं और दूसरे पात्र के सबसे अधिक प्रभावपूर्ण पक्ष की उसके व्यक्तित्व के केवल सर्वाधिक पुष्टि तत्व की झलक को प्रस्तुत की जाती है।

प्रज्ञा की शत्रु कहानी में एक ही मुख्य पात्र है जैनेंद्र के खेल कहानी में चरित्र चित्रण में मनोविज्ञान के आधार ग्रहण किए गए हैं। अतः कहानी के पात्र वास्तविक सजीव स्वाभाविक तथा विश्वसनीय लगते हैं। पात्रों का चरित्र आकलन लेखक प्राया दो प्रकार से करता है प्रत्यक्ष या वर्णनात्मक शैली द्वारा इस समय लेखक स्वयं पात्र के चरित्र में प्रकाश डालता है।

पारो छाया नाटक शैली में पात्र स्वयं अपने वार्तालाप और क्रियाकलापों द्वारा अपने गुण दोषों का संकेत देते हैं। इन दोनों कहानीकार को दूसरी पद्धति अपनाने चाहिए इससे कहानी में विश्वसनीयता एवं स्वाभाविक था आ जाती है।

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