Cg Board assignment 5 class 10th Hindi solution pdf

छत्तीसगढ़ बोर्ड

दिसंबर असाइनमेंट -5

कक्षा -10वी

विषय- हिंदी

प्रश्न 1- लेखक बनने के लिए शरद बाबू के क्या -क्या सुझाव थे? कोई तीन सुझाव लिखिए।

उत्तर – लेखक बनने के लिए शरद बाबू ने अनेक सुझाव दिए थे जो इस प्रकार हैं, जो लिखना हो अपने अनुभव से लिखना है, लिखने के बाद तुरंत किसी की सलाह नहीं लेना वरना उससे दो-तीन महीनों के लिए रख देना और ठंडे मन से स्वयं ही सुधार करना। जब संतोष की रचना ठीक है, तो दूसरों को दिखाना। अपनी कलम से किसी की निंदा मत करना। अपने कमाए धन में से कुछ ना कुछ जमा करो और ना कर सकी, तो किसी से उधार भी मत लो क्योंकि उधार की वृत्ति लेखक की आत्मा को हीन और मलीन कर देती है।

प्रश्न 2- जिनकी नौकरी छूट चुकी हो उसके लिए ₹ 900 से कम नहीं होते। रेखा ज्ञानप्रकाश विवेक ने ऐसा क्यों कहा लिखिए।

उत्तर- जिसकी नौकरी छूट गई हो उनके लिए ₹9 900 से कम नहीं होते क्योंकि अर्थाभाव में एक एक पैसे की कीमत होती है। कहानी में नायक की जेब में ₹9 ही थे वह भी पॉकेट कट गई, तो वह पूर्णतः लाचार हो गया था। मां के लिए क्या भेजता।

प्रश्न 3- मीरा को जो अमोलक वस्तु मिली है उसके बारे में वह क्या क्या बता रही है? 4 बिंदु अपने शब्दों में लिखिए।

उत्तर- मीरा ने जो राम रतन रूपी धन पाया है, वह उन्हें उनके सद्गुरु की कृपा से प्राप्त हुआ है संसार में अपना सब कुछ खोकर उन्होंने जन्म जन्म की पूंजी प्राप्त कर ली है। यह एसी संपदा है, जिसे ना कोई खर्च कर सकता है, ना चोरों से चुरा सकता है, इसे जितना खर्च करो यह है उससे सभा गुना ज्यादा बढ़ता है। कहने का तात्पर्य है कि ईश्वर की शरण में आकर उन्हें अब किसी की सुध बुध नहीं रही, उनका जीवन सार्थक हो गया है।

प्रश्न 4- कोविड-19 के नियमों का परिपालन करते हुए अपने मित्र को पत्र लिखिए।

 रसधान गांव

कानपुर शहर,

दिनांक……..

प्रिय मित्र,

करन।

आशा करता हूं की आप व आप सपरिवार सकुशल होंगे। मुझे खेद है कि गत कुछ महीनों से मैं आपको खत नहीं लिख पाया। आप मेरे सबसे पुराने वाह प्रिय मित्र हैं मैं आपको सदैव स्मरण करता हूं।

इस समय देश की स्थिति से आप अवगत ही होंगे। कोरोनावायरस नाम की महामारी तमाम शहरों में बेहद बढ़ चुकी है। ऐसे में पूरे देश में हमारी सरकार द्वारा लॉक डाउन का प्रबंध कर दिया गया है। इस महामारी के प्रकोप से बचने के लिए आवश्यक है, कि हम घर से बाहर ना निकले वह दूरी बनाकर रखें। मैं आपकी सेहत की कुशलता के लिए अनुरोध करता हूं कि आप भी घर में रहने का प्रयास करें। अत्यंत आवश्यकता होने पर ही घर से बाहर जाने का कदम उठाएं। साथ ही करो ना वायरस से बचने के घरेलू उपायों को भी अपनाएं।

उम्मीद करता हूं कि आप मेरी बात से सहमत होकर अपने व अपने परिवार की सुरक्षा के प्रति और अधिक सचेत हो जाएंगे।

धन्यवाद।

आपका परम मित्र,

नाम ……

प्रश्न 5- निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग डेढ़ सौ 200 शब्दों में निबंध लिखिए

उत्तर- समाचारों पत्रों का महत्व

प्रस्तावना

समाचार पत्र बहुत ही शक्तिशाली यंत्र जो व्यक्ति के आत्मविश्वास और व्यक्तित्व को व्यक्त करता है। यह लोगों और संसार के बीच वार्ता का सबसे अच्छा साधन है। यह ज्ञान का सबसे महत्वपूर्ण माध्यम है। यह अधिक ज्ञान और सूचना प्राप्त करने के साथ ही कुशलता के स्तर को बढ़ाने का सबसे अच्छा स्त्रोत है। यह लगभग सभी क्षेत्रों में उपलब्ध होता है। इसके साथ ही इसकी कीमत भी बहुत कम होती है। हम समाचार पत्रों तक आसानी से पहुंच सकते हैं। इसके लिए हमें केवल किसी भी समाचार पत्र के संगठन में संपर्क करके इस इसके लिए केवल भुगतान करने की जरूरत होती है। यह देश के विभिन्न भाषाओं में प्रकाशित होता है। बहुत सारे लोग प्रतिदिन सुबह बहुत ही साहस के साथ समाचार पत्र का इंतजार करते हैं।

समाचार पत्र का सकारात्मक प्रभाव-

समाचार पत्र समाज के लोगों को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है क्योंकि आज के समय में सभी लोग देश की संभावित घटनाओं को जानने में रुचि रखने लगे हैं। समाचार पत्र सरकार और लोगों के बीच जुड़ाव का सबसे अच्छा तरीका है। यह देश के लोगों को नियमों, कानूनों और अधिकारों के बारे में जागरूक बनाता है। समाचार पत्र विद्यार्थियों के लिए बहुत अधिक महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह विशेष रूप से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर का सामान्य ज्ञान और सामयिक घटनाओं के बारे में बताता है। यह हमें सभी खुशियों, विकास, नई तकनीकों, शोधों, खगोलीय और मौसम में बदलावों, प्राकृतिक वातावरण आदि की सूचना देता है।

समाचार पत्रों से हानि-

समाचार पत्रों से जहां इतने लाभ हैं, वहां इनसे कुछ हानियां भी हैं। कभी-कभी कुछ समाचार पत्र झूठे समाचार छाप कर जनता को भ्रमित करने का कार्य करते हैं इसी तरह कुछ समाचार पत्र सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने का कार करते हैं, जिसके कारण समाज में दंगे जैसी घटना उत्पन्न हो जाते हैं। जिससे चारों ओर अशांति का माहौल व्याप्त हो जाता है। इसके साथ ही सरकार की सही नीतियों को भी कभी-कभी गलत तरीके से पेश करके जनता को भ्रमित करने का कार्य किया जाता है जिसके कारण देश में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल व्याप्त हो जाता है।

निष्कर्ष

समाचार पत्रों में सामाजिक मुद्दों, मानवता, संस्कृति, परंपरा, जीवनशैली, ध्यान, योगा आदि जैसे विषयों के बारे में कई सारे अच्छे लेख संपादित होते हैं। यह सामान्य जनता के विचारों के बारे में जानकारी प्रदान करता है। और बहुत से सामाजिक तथा आर्थिक विषयों को सुलझा ने में हमारी सहायता करता है। इसके साथ ही समाचार पत्रों के द्वारा हमें राजनेताओं, सरकारी नीतियों तथा विपक्षी दलों के नीतियों के बारे में भी जानकारी प्राप्त होती है। यह नौकरी ढूंढने वाले की बच्चों को अच्छे स्कूल में प्रवेश दिलाने, व्यापारियों को वर्तमान व्यापारिक गतिविधियों को जानने, बाजार के वर्तमान प्रचलन, नई रणनीतियों आदि को समझने तथा जानने में भी हमारी मदद करता है। यही कारण है कि वर्तमान समय में समाचार पत्र को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ ही कहा जाता है।